Increase in water level of river Ganga in Mirzapur | मिर्जापुर में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी: 4 सेमी प्रति-घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा जलस्तर, दुकानें और झोपड़ी पानी में डूबी – Mirzapur News

मिर्जापुर में गंगा नदी चेतावनी बिंदु से महज कुछ थोड़ा पीछे हैं। जलस्तर में वृद्धि 4 सैंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से जारी की। विंध्याचल में गंगा किनारे बनी दुकानें और झोपड़ी पानी में डूब जाने से कई लोग बेघर हो गए। जो अब नजदीक के शिवालय मे शरण लेने को
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जिले में गंगा का जलस्तर 1978 में सर्वाधिक 80.34 मीटर दर्ज किया गया था। पिछले वर्ष गंगा का पानी 8 अगस्त 2023 को 73.66 मीटर दर्ज किया गया था। चेतावनी बिंदु 76.724 और खतरे का बिंदु 77.724 मीटर पर हैं। रविवार को सुबह 10 बजे गंगा का जल स्तर 76.200 मीटर दर्ज किया गया। जो चेतावनी बिंदु से करीब आधा मीटर दूर हैं।
भादो माह के अंतिम सप्ताह में एक बार फिर गंगा का जलस्तर तेज गति के साथ बढ़ने से लोगों के माथे की सिलवटें भी बढ़ गई हैं । गंगा नदी में बाढ़ के कारण जिले के सदर तहसील क्षेत्र के छानबे, सिटी व कोन ब्लाक प्रभावित होते हैं। जबकि चुनार तहसील के कछवा, मझवां, चुनार, नारायणपुर क्षेत्र को बाढ़ के कारण क्षति और परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिले के करीब 300 गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं।
हरसिंहपुर गांव में सबसे पहले गंगा प्रवेश करती हैं। इसके बाद कोन विकास खंड का यह क्षेत्र टापू में तब्दील हो जाता है । पानी के बीच फंसे लोगों को सड़क पर फैले पानी के चलते आवागमन बंद होने पर नावों के सहारे निकाला जाता है । नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण तटवर्ती है क्षेत्र बसे लोगों घरों में और दुकानों में गंगा नदी प्रवेश कर गई है।
विंध्याचल के पक्का घाट पर लगने वाली के दुकानों में पानी समा जाने से लोग बेघर हो गए हैं। वह उनका दुकान और मकान है । रात में ही उन्हें अपने परिवार के लोगों को बचाने के चक्कर में गृहस्थी के तमाम सामान गंगा की भेंट चढ़ गए। जिले में 37 बाढ़ चौकिया बनाई गई हैं। राहत कार्य के लिए कर्मियों को तैनात किया गया है। जो बाढ़ प्रभावित इलाकों में अपनी नजर रखने के साथ ही लोगों को राहत कार्य पहुंचाया जा सकें।

सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी किए जाने की जरूरत प्रशांत तिवारी ने कहा कि नगर के घाटों पर लोग गंगा का बाढ़ देखने के लिए पहुंच रहे हैं । इस दौरान सेल्फी लेना नहीं भूल रहे है। सेल्फी के दौरान कोई हादसा ना हो जाए इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी किए जाने की जरूरत है।
