uttar pradesh weather 15 districts rain alert mathura ghaziabad dhundh meteorological department lucknow prayagraj varanshi kanpur weather news update aaj ka mausam | यूपी के 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट: मथुरा-गाजियाबाद में सुबह छाई धुंध, प्रयागराज 37.8°C के साथ रहा सबसे गर्म, – Varanasi News

यूपी में लगातार मौसम बदल रहा है। आज यानी सोमवार को प्रदेश के 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जबकि अन्य 60 जिलों में ग्रीन अलर्ट है। वहीं सुबह के समय मथुरा और गाजियाबाद में धुंध छा गई। स्थिति यह रही कि 50 मीटर दूर दिखना भी मुश्किल थ
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रविवार को भी मानसून के असर के चलते कुछ जिलों में बारिश हुई थी। 8 सितंबर को प्रयागराज सबसे गर्म जिला रहा, यहां तापमान 37.8°C दर्ज किया गया। एक जून से अब तक प्रदेश में 553.7 मिमी बारिश हुई है। यह सामान्य 647.3 से 14 फीसदी कम है।
वाराणसी में गंगा का जलस्तर घटकर स्थिर वाराणसी में गंगा का जलस्तर आज सुबह से स्थिर बना हुआ है। लगातार दो दिनों से जलस्तर में प्रति घंटे 2 सेमी का घटाव दर्ज किया गया था। रविवार को तड़के गंगा का जलस्तर 65.10 मीटर था, जो कि सोमवार भोर में 64.85 मीटर पर स्थिर है।
जिले में शहर से लेकर देहात तक 24 घंटे में 1 MM से भी कम बारिश हुई है। वहीं वरुणा और अन्य नदियों पर भी केंद्रीय जल आयोग की नजर है। गंगा में एनडीआरएफ और जल पुलिस की निगरानी में नावों का संचालन शुरू होगा।
24 घंटे में 1.7 मिमी बारिश बीते 24 घंटे में 31 जिलों में 1.7 मिमी बारिश हुई। यह नॉर्मल 5.9 से 71 फीसदी कम है। मथुरा में 31 मिमी सबसे ज्यादा बारिश हुई। एक जून से अब तक प्रदेश में 553.7 मिमी बारिश हुई है। यह सामान्य 647.3 से 14 फीसदी कम है।


अब तक 43 जिलों में औसत से कम बारिश 1 जून से अब तक 43 जिलों में औसत से कम बारिश हुई। सिर्फ 12 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। हिमालय के तराई और मध्यप्रदेश से सटे जिलों में ही अच्छी बारिश हुई। अब तक प्रदेश में 619.7 MM बारिश होनी थी, लेकिन 530.4 MM हुई। जो कि सामान्य से 14% कम है।
2023 में यूपी में पूरे मानसून सीजन यानी कि 120 दिनों में 620.9 MM बारिश हुई थी। ये नॉर्मल के 746.2 MM से 17% कम था। यूपी में पूरे मानसून सीजन यानी कि 120 दिनों में 620.9 MM बारिश हुई थी। ये नॉर्मल के 746.2 MM से 17% कम था।

बारिश से धान-अरहर को फायदा, सब्जियों को रिस्क कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर पीके सिंह ने बताया- सब्जियों को छोड़ दें तो बाकी सभी फसलों को बारिश से फायदा हुआ। हालांकि, इतनी भी जोर की बारिश नहीं हुई कि सब्जियां सड़ जाएं। जुलाई में धान के खेत सूख रहे थे। ज्यादातर इलाकों में रोपाई नहीं हो पाई थी। लेकिन, जुलाई के बाद हुई बारिश ने धान की रोपाई में बड़ी मदद की। अरहर और मूंग की फसलों के लिए भी अच्छी साबित हुई।

पिछले साल 620.9 MM हुई थी बारिश 2023 में यूपी में पूरे मानसून सीजन यानी कि 120 दिनों में 620.9 MM बारिश हुई थी। ये नॉर्मल के 746.2 MM से 17% कम था। इस साल 90 दिनों में 523.7 MM बारिश हो चुकी है।


