Sambhal famous Chandausi Ganesh fair starts | संभल का प्रसिद्ध चंदौसी गणेश मेला शुरू: सभी धर्मगुरुओं ने फीता काटकर किया उद्घाटन, 7 सितंबर को निकलेगी श्रीगणेश शोभायात्रा – Sambhal News

संभल में साम्प्रदायिक सौहार्द के प्रतीक श्रीगणेश चतुर्थी मेले का गुरुवार की रात सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने फीता काटकर उद्घाटन किया। भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा को मंत्रोच्चार के बीच स्थापित किया गया और सभी धर्मों के प्रतिनिधियों द्वारा फीता काटकर मे
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चंदौसी का गणेश चौथ मेला हमेशा से ही सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक रहा है। यह ऐसा मेला है जहां सभी धर्मों के लोग समान रूप से सहभागिता करते हैं। मेला कमेटी में सभी धर्मों के लोगों को सहभागिता दी जाती है। यही कारण है कि मेले का उद्घाटन हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई और बौद्ध धर्म के प्रतिनिधियों के द्वारा किया गया। गणेश चौथ मेला परंपरानुसार शाम को छह बजे गणेश मंदिर पर उपजिलाधिकारी नीतू रानी के द्वारा किए गए द्वार पूजन से किया गया।
गणेश मंदिर के सामने बने मंच पर विभिन्न स्कूलों के बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। गणेश मंदिर से भगवान श्रीगणेश की मुख्य मूर्ति को पूजन करने के बाद फूलडोल में रखा गया।गणेशजी की यह फूलडोल शोभायात्रा अधिकारी और मेला कमेटी के पदाधिकारियों और गाजे बाजे के साथ गणेश मेला ग्राउंड पर पहुंचाई गई। इसके बाद सभी लोग मेला ग्राउंड स्थित गणेश स्तंभ पर गए।
हिन्दू धर्म प्रतिनिधि मेवाराम शर्मा ने कहा कि यह मेला सांप्रदायिक सौहार्द एवं आपसी भाईचारे का प्रतीक है। वही मुस्लिम धर्म प्रतिनिधि गुलाम साबिर बाबा ने कहा कि यह मेला आपसी भाईचारे सौहार्द का संदेश देता है। बौद्ध धर्म प्रतिनिधि भागवत किशोर ने बताया कि यह मेला काफी समय से आयोजित किया जाता है। जिसका उद्घाटन सभी धर्मों के प्रतिनिधि फीता काटकर करते हैं जोकि आपसी सौहार्द एवं भाईचारे का संदेश देता है।

सिख धर्म प्रतिनिधि गुरजीत सिंह ने कहा कि यह मेला आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश देता हैं। ईसाई धर्म प्रतिनिधि फादर जॉन एलसन ने बताया कि आपसी भाईचारे के प्रतीक मेला गणेश चौथ का शुभारंभ सभी धर्मों के प्रतिनिधि फीता काटकर करते हैं।




