85 goats died in a week in Sant Kabir Nagar | संतकबीरनगर में एक सप्ताह में 85 बकरियों की मौत: विशेषज्ञों ने विषाणु जनित रोग बताया, नाराज पशुपालक ने किया प्रदर्शन – Sant Kabir Nagar News

संतकबीरनगर के मेंहदावल विकासखंड क्षेत्र के ग्राम अमरडोभा में महामारी की जद में आकर अब तक 85 से अधिक बकरियों की मौत हो चुकी है। विशेषज्ञों के अनुसार इस पर काबू नहीं पाया गया तो इसकी चपेट में बड़ी संख्या में बकरी आ जाएंगे। एकसाथ बड़ी संख्या में बकरियों
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मेंहदावल विकास खंड के ग्राम अमरडोभा में अबूझ बीमारी से हफ्ते भर के भीतर करीब 85 बकरियों की मौत हो चुकी है। इसे लेकर पशु पालकों के होश उड़े है। पशु पालक सोहराती पत्नी पंचम, मुन्नीलाल पुत्र रामजस, बाबूलाल पुत्र गोदर, जैनलाल पुत्र बिहारी, इन्द्रावती, शीला पत्नी बह्मदेव, प्रमिला पत्नी रामतौला, रोशन पत्नी जगन्नाथ, सोना पत्नी बुझावन, महंगु पत्नी गोदर ने गांव में पशु विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि एक सप्ताह के अंदर गांव में हम लोगों की 85 से अधिक बकरियों की अज्ञात बीमारी से मौंत हो चुकी है। शिकायत करने के बावजूद पशु विभाग इलाज के लिए झांकने तक नहीं पहुंचा। जिससे सैकड़ों की संख्या में बकरियां अब भी बीमारी से पीड़ित है। बकरी की आंख से पानी गिरना, मुंह में घाव, पेट खराब रहना बीमारी के लक्षण है। वह खाना छोड़ रही है।
इस मामले में विशेषज्ञों का कहना है कि यह पीपीआर बीमारी है। यह विषाणु जनित रोग है। इसे बकरियों की महामारी या बकरी प्लेग भी कहते है। प्रारंभ में बकरियों में जुकाम, बुखार व डायरिया के लक्षण के बाद नाक व थूथन में झाले पड़ने लगते है और मौत हो जाती है।
ग्रामीणों ने कहा कि बकरियों को नहीं बचाया गया तो उनके समक्ष आर्थिक समस्या उत्पन्न हो जाएगी। उनका मुख्य धंधा बकरी पालन है। इस मामले में जब पशु चिकित्सा अधिकारी मेंहदावल का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ मिला। मेंहदावल एसडीएम उत्कर्ष श्रीवास्तव ने कहा कि अचानक बकरियों की मौत होना गंभीर मामला है। पशु चिकित्साधिकारी मेंहदावल को सूचित कर गांव में टीम भेज रहे है।