Greater Noida Twins die during delivery Family members accused medical negligence | ग्रेटर नोएडा में डिलीवरी के दौरान जुड़वा बच्चों की मौत: डॉक्टर पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया, अस्पताल में धरने पर बैठे – Noida (Gautambudh Nagar) News

ग्रेटर नोएडा में डिलीवरी के दौरान जुड़वा बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया और वह लोग अस्पताल में ही धरने पर बैठ गए। परिजनों के द्वारा पुलिस से इस मामले में शिकायत की गई है और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की म
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दादरी थाना क्षेत्र के बैरगपुर गांव के रहने वाले सोनू ने बताया कि उनकी पत्नी आठ माह की गर्भवती और उसके पेट में दो जुड़वा बच्चे थे, उसका शुरुआत से ही इलाज दादरी के एक निजी अस्पताल से चल रहा था।
अभी 18 अगस्त को उसकी पत्नी की तबीयत खराब हो गई तो उसे इसी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद 19 तारीख को डॉक्टर ने उसे सही बताया और अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया।
सोनू ने बताया कि डॉक्टर से उन्होंने कई बार कहा भी की अभी पत्नी की तबीयत ठीक नहीं है लेकिन उसके बावजूद भी उन्होंने कहा कि तुम्हारी पत्नी की तबियत एकदम ठीक है और उसे वहां से डिस्चार्ज कर दिया।
पीड़ित ने बताया कि वह अपनी पत्नी को लेकर चला गया लेकिन घर पहुंचने पर उसकी पत्नी की तबीयत अचानक से दोबारा खराब हो गई, उसके बाद वह अपनी पत्नी को एक नजदीक के दूसरे अस्पताल में ले गया, जब डॉक्टरों ने उसकी पत्नी का अल्ट्रासाउंड किया तो वह सभी सन्न रहे हैं ।डॉक्टरों ने बताया कि आपके दोनों बच्चों की मौत हो चुकी है और उसके बाद दोनों बच्चों को ऑपरेशन के माध्यम से निकाला गया। जिसके चलते उसकी पत्नी की हालत भी खराब हो गई।
बच्चों की मौत होने के बाद परिजनों का गुस्सा भड़क गया और वह सभी लोग उस अस्पताल पर पहुंच गए जहां पर उसकी पत्नी का इलाज चल रहा था और जहां से उसे जबरन डिस्चार्ज कर दिया गया था। वहां पहुंचकर उन लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और अस्पताल के बाहर ही सभी लोग धरने पर बैठ गए ।इन लोगों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर के द्वारा अस्पताल में लापरवाही बरती गई थी और गर्भवती महिला को जबरदस्ती डिस्चार्ज कर दिया गया था, उसी के चलते बच्चों की मौत हुई है।
सोनू के द्वारा इस पूरे मामले की शिकायत दादरी पुलिस से की गई है। पुलिस का इस पूरे मसले पर कहना है कि डिलीवरी के दौरान दो बच्चों की मौत के मामले में एक शिकायत प्राप्त हुई है।
इस मामले में जांच की जा रही है, वहीं अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ धरने पर बैठे हुए लोगों को पुलिस ने जैसे तैसे समझा बूझकर उनके घर वापस भेज दिया। पुलिस ने उन लोगों को भरोसा दिया है कि मामले में उचित कार्रवाई करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।