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National Space Day celebrated at BSIP, Lucknow | लखनऊ के BSIP में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया गया: एक्सपर्ट बोले- दुनिया को भारत से उम्मीद, हम सभी के लिए गर्व का दिन – Lucknow News

लखनऊ के बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पेलियोसाइंसेज (बीएसआईपी) ने 23 अगस्त 2024 को पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस “टचिंग लाइन्स वाइल टचिंग द मून: इंडिया स्पेस सागा” के राष्ट्रीय थीम के साथ मनाया।

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यह समारोह चंद्रयान 3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की सफलतता को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया और अंतरिक्ष अनुसंधान में बीएसआईपी की बढ़ती भूमिका को उजागर किया। समारोह की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन और वंदना के साथ की गई।

बीएसआईपी के निदेशक ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

बीएसआईपी के निदेशक, प्रोफेसर एम.जी. ठक्कर ने अपने उद्घाटन भाषण में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने पृथ्वी और ग्रह अन्वेषण समूह (ई.पी.ई.जी.) का भी अनावरण किया, जो अंतरिक्ष अनुसंधान में संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनुपम शर्मा ने नवगठित ई.पी.ई.जी. का संक्षिप्त परिचय देते हुए इसके वैश्विक अन्वेषण में योगदान को रेखांकित किया। बीएसआईपी पहले से ही भूविज्ञान और खगोल विज्ञान अनुसंधान में सक्रिय है, और ई.पी.ई.जी. की स्थापना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कार्यक्रम में वक्ताओं को सुनते छात्र।

कार्यक्रम में वक्ताओं को सुनते छात्र।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लखनऊ विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के डीन प्रोफेसर ए.के. सिंह थे, जिन्होंने ‘द सन-अर्थ इंटरेक्शन एंड क्लाइमैटिक वेरिएबिलिटी’ पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। उन्होंने सूर्य और पृथ्वी की परस्पर क्रिया, अंतरिक्ष मौसम के प्रभाव, और जलवायु पर इसके प्रभावों पर चर्चा की।

प्रो. सिंह ने बताया कि कैसे सूर्य-पृथ्वी की परस्पर क्रिया एक संतुलन बनाए रखती है और मानवजनित गतिविधियाँ पृथ्वी के तापमान में वृद्धि का कारण बन रही हैं।कार्यक्रम के दौरान एक आकर्षक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें लखनऊ के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने अंतरिक्ष विज्ञान पर आधारित पोस्टर प्रदर्शित किए।

इसके अतिरिक्त, एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसने कार्यक्रम में मनोरंजन का तत्व जोड़ा। इस राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर, बीएसआईपी ने छात्राओं के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता दी और पुरस्कार वितरण समारोह के माध्यम से ब्रह्मांड के प्रति गहरी समझ और प्रेरणा को बढ़ावा दिया।

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