उत्तर प्रदेश

Immersion of Durga idols in 12 artificial ponds of Varanasi | वाराणसी के 12 कृत्रिम कुंडों पर दुर्गा प्रतिमा विसर्जन: महिलाओं का होगा सिंदूर खेला, अलर्ट मोड पर जल पुलिस और SDRF – Varanasi News

वाराणसी में आज शाम से मां दुर्गा के विसर्जन का आरंभ हो जाएगा। इसको लेकर वाराणसी के 12 कुंड को तैयार किया गया है। नगर निगम ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। कुंड के पास बैरिकेडिंग की गई है।

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इसके अलावा जल पुलिस एवं SDRF की टीम को भी अलर्ट किया गया है। जिन मार्गो से मां दुर्गा की झांकी निकलेगी उन मार्गों के बीच पड़ने वाले पौधों की छंटाई भी नगर निगम द्वारा कर दी गई है। शहर और ग्रामीण मिलाकर जनपद में कुल 648 पंडाल बनाया गया हैं।

सिंदूर खेला- सुहागिन पति के लिए मां दुर्गा से करेंगी कामना

विजयादशमी के अवज़र पर दुर्गा पंडालों में खासा उत्साह हैं। दुर्गा विसर्जन के दिन आरती के साथ सिंदूर खेला की प्रक्रिया आरंभ होती है। इसके पश्चात, लोग मां दुर्गा को भोग अर्पित करते हैं और प्रसाद का वितरण करते हैं।

मां दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष एक शीशा रखा जाता है, जिसमें माता के चरणों के दर्शन होते हैं। यह मान्यता है कि इस शीशे में घर में सुख और समृद्धि का निवास होता है। इसके बाद सिंदूर खेला का आयोजन किया जाता है, जिसमें महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर शुभकामनाएं देती हैं। अंत में, दुर्गा विसर्जन किया जाता है।

शहर के इन कुंडों को किया गया है चिह्नित

शहर से लेकर देहात तक देवी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। नगर में 12 कुंड चिह्नित किए गए हैं जिसमें प्रतिमाएं विसर्जित की जाएंगी। इनमें लक्ष्मी कुंड, मंदाकिनी कुंड, ईश्वरगंगी, शंकुलधारा, पहड़िया तालाब, गणेशपुर तालाब, विश्वसुंदरी पुल के पास कृत्रिम कुंड, रामनगर, मछोदरी, भिखारीपुर पोखरा, लहरतारा तालाब और खड़गपुर तालाब शामिल हैं।

नदी में किया विसर्जन तो होगी कार्रवाई

गंगा समेत किसी भी नदी में प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं होगा, इसके लिए भी तैयारी की गई है। गंगा समेत स्थानीय नदियों में विसर्जन रोकने के लिए प्रमुख घाटों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके अलावा चक्रमण टीम को विभिन्न मार्गों और नदियों के आसपास निगरानी के लिए लगाया गया है।

एसीपी के अनुसार नदियों में विसर्जन नहीं होने दिया जाएगा, इसके लिए अलग तैयारी है। ऐसा प्रयास करने या चोरी छिपे करने वालों पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

3 शुभ संयोग में दुर्गा विसर्जन 2024

काशी के ज्योतिषाचार्य संतोष महाराज ने बताया कि 12 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन के दिन 3 शुभ संयोग बन रहे हैं। उस दिन श्रवण नक्षत्र सुबह में 05 बजकर 25 मिनट से शुरू है, जो 13 अक्टूबर को प्रात: 4 बजकर 27 मिनट तक है। इसके अलावा उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह में 6 बजकर 20 मिनट से बन रहा है, जो अगले दिन 13 अक्टूबर को प्रात: 4 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। वहीं रवि योग भी बन रहा है, जो दुर्गा विसर्जन को पूरे दिन रहेगा।

दुर्गा विसर्जन का मंत्र

मां दुर्गा की मूर्ति को विसर्जित करते समय आपको मंत्र गच्छ गच्छ सुरश्रेष्ठे स्वस्थानं परमेश्वरि। पूजाराधनकाले च पुनरागमनाय च।। का उच्चारण करना चाहिए. इसमें हम मातारानी को सहर्ष विदा करते हैं और उनको अगले साल पुन: आने का निवेदन भी करते हैं।

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