The accused left the village, police and PAC deployed | गांव छोड़कर भागे आरोपी, पुलिस और पीएसी तैनात: फर्रुखाबाद में लेखपाल और ग्रामीणों के विवाद के बाद सन्नाटा, महिलाएं बोलीं- जागकर गुजारी रात – Farrukhabad News

फर्रुखाबाद के नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव उखरा में सोमवार के बेघर हुए लोगों ने लेखपालों पर हमला कर दिया था। मामले में देर रात 30 व्यक्तियों समेत अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इसमें जानलेवा हमला सहित सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करा
.
गांव उखरा में शनिवार को 23 मकानों पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई थी। ग्रामीणों का आरोप था उन्हें कोई नोटिस आदि नहीं दिया। अचानक से बुलडोजर की कार्रवाई कर दी गई। सोमवार को वहां क्षेत्रीय लेखपाल अधिकारियों के साथ गए थे। इस दौरान दो लेखपालों पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था। देर शाम लेखपालों ने 30 नामजद सहित अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें दो घरों की महिलाएं शामिल हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने उनकी तलाश में दबिश दी।
गांव में बवाल के बाद सन्नाट पसरा रहा। लोग घर से नहीं निकले।
दैनिक भास्कर की टीम मंगलवार को गांव पहुंची। गांव के लोगों का हाल जानने का प्रयास किया। घरों में छोटे-छोटे बच्चे और महिलाओं के अलावा कोई नजर नहीं आया। ग्रामीण गांव में पुलिस-पीएससी की भारी मात्रा में तैनाती देखकर भयभीत नजर आए। बुजुर्ग महिलाओं ने आप बीती बताई। कहा, रात को मुकदमा दर्ज होने की खबर मिलते ही उनके पुरुष डर कर भाग गए। सूत्रों की माने तो पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
बच्चे डरे-सहमे सारी रात बैठे रहे
बुजुर्ग महिलाओं ने बताया रात भर पुलिस की गाड़ियां हूटर बजाकर दौड़ती रहीं। जिस कारण डर में पूरी रात उन्होंने गुजारी। सुबह होते ही फिर पुलिस और पीएसी के जवान गांव में गश्त करने लगे। महिलाओं ने बताया की छोटे-छोटे बच्चे पॉलिथीन के नीचे सारी रात डरे सहमे बैठे रहे। गांव की कई महिलाएं भी घरों को छोड़कर पुलिस से बचने को इधर उधर चली गईं।
डर के कारण नहीं लाने गए मवेशियों का चारा
मंगलवार को भी पुलिस गांव में दबिश देने में जुटी रही। पुलिस के भय से लोगों के चले जाने से घरों में बंधे मवेशियों को भी चारा भी नहीं ला सके। जिससे जानवर भूखे बंधे रहे। घरों में मौजूद कुछ महिलाएं व बच्चे भी डरे सहमे रहे। लोगों के गांव से चले जाने से गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा रहा। गांव में पुलिस बल के साथ साथ पीएसी बल को तैनात किया गया है। महिलाओं ने बताया कि पुलिस की दबिश के कारण घर के पुरुष भाग गए है। जिससे घर के मवेशियों के लिए चारे की भी समस्या हो रही है।

गांव की गलियां सूनसान रहीं। घर के बाहर भी लोग नहीं दिखे।
रिश्तेदार के यहां से आ रहा खाना
महिलाओं ने बताया अभी तक रिश्तेदारों के यहां से खाना आ रहा था। अब रिश्तेदार भी पुलिस देखकर डरने लगे हैं। बताया खाना रिश्तेदारों के यहां से ही आ रहा है। फर्रुखाबाद सदर तहसील में लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में लेखपालों ने धरना दिया। लेखपालों का कहना था कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। धरना दोपहर बाद तक तहसील में चलता रहा।
सपा के प्रदेश मंत्री ने ग्रामीणों की की मदद
सपा के प्रदेश मंत्री डॉ. जितेंद्र यादव ग्रामीणों का हाल जानने गांव पहुंचे। उन्होंने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। जिस युवती की शादी 27 नवंबर को शादी होनी है। उसके पिता अनिल यादव को उन्होंने उसी तारीख पर नवाबगंज के एक गेस्ट हाउस में पूरी धूमधाम से शादी करने का भरोसा दिया।
पांच अन्य अति निर्धन परिवारों को आशियाना बना कर देने की बात कही। इसके अलावा प्रतिदिन उन्हें दोनों सुबह-शाम खाना उपलब्ध कराने की बात कही। प्रदेश मंत्री ने कुछ लोगों को नगर सहायता राशि दी। उन्होंने नवाबगंज थानाध्यक्ष को अनावश्यक रूप से कार्रवाई न करने की बात कही।

गांव में बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनात हैं।
न्यायालय को मानने वाला है कौन
प्रदेश मंत्री ने कहा प्रदेश में न्यायालय को मानने वाला है कौन। कानून होता है तो रक्षा करने वाले लोग होते है। जब कानून ही नहीं है तो रक्षा कौन करेगा। कहा ऐसा लग ही नहीं रहा है कि जनता द्वारा चुनी हुई सरकार कार्य कर रही है। बिना नोटिस दिए घर ढहा देना सही नहीं है। अंग्रेज व मुगल के समय में भी ऐसी कार्रवाई नहीं हुई होगी।
अब भरोसा कोट का है। जनता को उजाड़ना बीजेपी का नारा है। कहा बीजेपी का विकास दिख रहा है। ऐसा विकास हिंदुस्तान को दिखाना चाहिए। आने वाले समय में जनता बताएगी लोकसभा चुनाव में जनता ने बता दिया, लेकिन वह समझ नहीं रहे हैं।

परिवार के लोग तिरपाल डालकर रह रहे हैं।