Lucknow – High risk pregnancy is increasing due to late marriage, Expert said counselling giving positive results , artificial reproductive technology beneficial | देर से शादी के कारण बढ़ रही हाई रिस्क प्रेगनेंसी: एक्सपर्ट बोले – काउंसिलिंग से मिल रहा फायदा, आर्टिफिशियल तकनीकी कारगर – Lucknow News

लखनऊ में IVF विशेषज्ञों की ओर से ART और हाई रिस्क प्रेग्नेंसी पर सेमिनार का उद्घाटन करने पहुंची KGMU कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद
कॅरिअर बनाने की चाह में देर से शादी और फिर नौकरी का तनाव, मां बनने के ख्वाब पर भारी पड़ रहा है। लखनऊ के निजी होटल में एआरटी और हाई रिस्क प्रेग्नेंसी पर आयोजित सेमिनार में IVF विशेषज्ञों ने यह जानकारी दी।
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डॉ.गीता खन्ना के मुताबिक, महिला हो या पुरुष दोनों मामलों में शादी की उम्र अब 30 के पार जा रही है। ज्यादा उम्र में शादी होने से महिलाओं के अंडे और पुरुषों के शुक्राणु दोनों कमजोर होते हैं। इससे बच्चा पैदा होने में समस्या होती है। उम्र ज्यादा होने के साथ ही काम के तनाव की वजह से हार्मोन पर असर पड़ता है। इससे भी दिक्कत होती है।
लोहिया संस्थान की डॉ.मालविका मिश्रा ने बताया कि मुश्किल से 10 % दंपतियों को ही IVF की जरूरत पड़ती है। बाकी लोगों को काउंसलिंग, दवाएं और आईयूएफ तकनीक से समाधान मिल जाता है। IVF तकनीक से गर्भधारण और बच्चे के जन्म तक सामान्य की तुलना में बेहद जोखिम भरा रहता है। इसलिए गर्भधारण की पूरी अवधि में इसको ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। सेमिनार का शुभारंभ KGMU कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने किया। इस मौके पर प्रो. केडी नायर, डॉ. मीरा मेहरोत्रा, प्रो. चंद्रावती और डॉ. शक्ति त्रिपाठी मौजूद रहे।