Lucknow – KGMU – World Heart Day in city, cycle rally by Medicoz, senior Doctors run in walkathon | लखनऊ में वर्ल्ड हार्ट डे: KGMU में मेडिकोज ने निकाली रैली, वॉकथॉन में दौड़े डॉक्टर, गोमतीनगर में हुआ ‘हार्ट हेल्थ फेयर’ – Lucknow News

KGMU के कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने लोहिया पार्क में आयोजित वॉकथॉन में हुए शामिल।
लखनऊ में 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे पर शहर में कई आयोजन हुए। रविवार सुबह KGMU के कलाम सेंटर से नेशनल मेडिकोज ने साईकल रैली निकालकर लोगों को हेल्दी हार्ट को लेकर जागरूक किया।
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वहीं, लोहिया पार्क के वॉकथॉन में कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टर शामिल हुए। इसके बाद इंटरैक्टिव सेशन का भी आयोजन किया गया। वॉकथॉन में KGMU के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ.सुधांशु द्विवेदी के अलावा डॉ.गौरव चौधरी,डॉ.अखिल शर्मा, डॉ.आयुष शुक्ला और डॉ.उमेश त्रिपाठी शामिल हुए।
32 किलोमीटर की साईकल रैली
NMO यानी नेशनल मेडिकोज आर्गेनाईजेशन ने रविवार को साईकल रैली से 32 किलोमीटर की यात्रा पूरी की। इस दौरान कुल 200 डॉक्टर्स और मेडिकोज शामिल हुए। इनमें डॉ.संदीप तिवारी, डॉ. सुमित रूंगटा, डॉ. पुरनचंद, डॉ. आरएएस कुशवाहा मौजूद रहे। ब्राउन हॉल से शुरू हुई साईकल रैली रिवेरबैंक होते हुए हजरतगंज पहुंची।
KGMU में नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन ( NMO) की तरफ से साईकल रैली का हुआ आयोजन।
मैक्स में हार्ट हेल्थ फेयर का आयोजन
गोमतीनगर के मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में हार्ट हेल्थ फेयर का आयोजन किया गया। इस दौरान कोरोनरी आर्टरी डिजीज को लेकर जागरूक करने के साथ ही हेल्दी हार्ट के लिए जरूरी कदम बढ़ाने पर जोर दिया गया।

डॉ. नकुल सिन्हा ने कोरोनरी आर्टरी डिसीज के बारे में बताया।
इस दौरान डॉ.नकुल सिन्हा ने कहा कि अब तक यही माना जाता था कि दिल की बीमारियां, खासकर कोरोनरी आर्टरी रोग, केवल बुजुर्गों को होती हैं। लेकिन अब यह धारणा बदल चुकी है। डायग्नोसिस के क्षेत्र में हुई तकनीकी उन्नति से पता चल रहा है कि दिल की ये बीमारियां अब छोटी उम्र के लोगों, यहां तक कि बच्चों और जवानों को भी हो रही हैं। ये बीमारियां अब आम हो गई हैं और तेजी से बड़ी आबादी को अपनी जकड़ में ले रही हैं।
इसकी वजह धूम्रपान और खराब खान-पान हैं। जिस कारण से शुगर, ब्लड प्रेशर और ज्यादा कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियां हो रही हैं। ये दिल की बीमारियों का बड़ा कारण बन रही हैं। छोटी उम्र में ही लोगों को दिल का दौरा पड़ना आम बात हो गई हैं।

लखनऊ में वर्ल्ड हार्ट डे पर कई इवेंट्स का हुआ आयोजन।
डॉ.विजयंत देवेनराज ने कहा कि आजकल कम उम्र के लोगों में कोरोनरी आर्टरी की बीमारी पाई जा रही है। आम तौर पर पहले 40 साल से कम उम्र के लोगों को दिल की इतनी गंभीर बीमारी होती ही नहीं थी। लेकिन अब हर महीने हमें दो-तीन युवाओं की बाईपास सर्जरी करनी पड़ रही है, जो बेहद चिंताजनक स्थिति है।”
डॉ.अंबुकेश्वर सिंह ने साइलेंट हार्ट अटैक के बारे में बताया कि इसके बारे में लोगों को बहुत अधिक जानकारी नहीं होती। दिल का दौरा, छाती में दर्द या सांस फूलने के लक्षण के बिना भी हो सकता है। यह 20 से 30% लोगों के साथ हो सकता है, खासकर शुगर के मरीजों में ये बेहद घातक साबित हो सकता हैं।

मेड्यूका हार्ट क्लिनिक में कार्डियक जांच के सेशन का हुआ आयोजन।
हार्ट चेकअप कैम्प और CPR ट्रेनिंग का हुआ आयोजन
गोमतीनगर विस्तार के मेड्यूका हार्ट क्लिनिक द्वारा निशुल्क कार्डियक जांच और CPR प्रशिक्षण सेशन का आयोजन किया गया था। इस दौरान कार्डियक सर्जनडॉ.मोहम्मद मुबीन ने बताया कि CPR एक आपातकालीन उपचार या प्राथमिक चिकित्सा तकनीक हैं। जब किसी व्यक्ति की सांस या दिल की धड़कन रुक जाती है, तब CPR से उसकी जान बचाई जा सकती हैं। CPR में मरीज की छाती को दबाया जाता हैं और उसे मुंह से सांस दी जाती हैं। इस दौरान लगभग 100 से अधिक लोगों ने भाग लिया।