In Hardoi, a young man was paraded in the market with his hands tied | हरदोई में युवक को हाथ जुड़वाकर बाजार में घुमाया: सपा ने सरकार और पुलिस को घेरा, अब तक तीन प्रेसनोट जारी कर चुकी पुलिस – Hardoi News

युवक को पुलिस ने हाथ जुड़वाकर घुमाया।
हरदोई में मारपीट के आरोपी को पुलिस ने बाजार में घूम-घूम कर माफी मंगवाई वह जब जमानत के बाद वापस लौटा तो अपना दर्द बयां किया है। पीड़ित ने पुलिस पर संगीन इल्जाम लगाए। वहीं इस मामले में समाजवादी पार्टी का सोशल मीडिया हैंडल दो बार सरकार को और पुलिस को सो
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X पर लिखा गया है कि जाति विशेष को टारगेट किया जा रहा, अधिवक्ताओं ने भी इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मानवाधिकार का मखौल उड़ाया है यूं किसी को बेइज्जत करने का किसी के पास कोई अधिकार नहीं है।
वहीं, इस मामले में पुलिस अब तक 3 अपडेटेड प्रेस नोट जारी कर चुकी है। पुलिस किसी भी सूरत में हिस्ट्रीशीटर को पीड़ित मानने को तैयार नहीं है। जिस युवक को पुलिस ने बाजार घुमा कर माफी मंगवाई, उस घटना को स्वयं आरोपी के द्वारा किया जाना बताया है। बरहाल मामला अब इतना तूल पकड़ गया है और पुलिस खुद इसमें गुत्थी की तरह इतना उलझ गई है कि न तो वो अब स्वीकार कर इसमें कार्रवाई कर पा रही है और न ही नकार कर बाहर ही निकल पा रही है।
सपा की मीडिया सेल ने मामले पर दो बार ट्वीट किया है।
छोटे भाई की है फास्ट फूड की दुकान पाली कस्बे के मोहल्ला सराय सैफ निवासी बृजेश मिश्रा उर्फ वीरू पुत्र शिव शरण की कस्बे की बाजार में दुकान है। उसके छोटे भाई फास्ट फूड का काम करते हैं। पड़ोस में ही सड़क पर मोहल्ला काजी सराय निवासी राजू गुप्ता पुत्र ओपी गुप्ता सड़क पर अंडा बेचता है। दोनों के बीच शनिवार को अंडे के छिलके फेंकने को लेकर विवाद हो गया, इसके बाद अंडा विक्रेता राजू गुप्ता ने बृजेश मिश्रा उर्फ वीरू को सड़क पर गिराकर पीटा उसके पेट पर बैठ गया और जमकर पीटा। छूटने के बाद वीरू ने डंडे से राजू गुप्ता की दुकान पर रखे अंडे तोड़ दिए।

सपा की मीडिया सेल ने मामले पर दो बार ट्वीट किया है।
रविवार को छूटने के बाद बयां किया दर्द सूचना पर पहुंचे पाली थाने के उपनिरीक्षक शिव शंकर मिश्रा और अन्य पुलिसकर्मियों ने वीरू को पकड़ लिया और थाने ले गए। कुछ समय बाद पुलिसकर्मी वीरू को बाजार लाए और डेढ़ किलोमीटर तक गलियों में हाथ जुड़वाकर घुमाया और माफी मंगवाई, जिसके कई वीडियो सामने आए हैं। रविवार को बृजेश छूटकर आया तो उसने अपना दर्द बयां किया। उसने कहा वो ब्राह्मण है, उसकी दुकान पर अंडे के छिलके फेंके गए विरोध किया तो उसकी ही पिटाई की गई और उस पर ही कार्रवाई हुई।
एकतरफा कार्रवाई को बताया गलत दूसरे पक्ष का पुलिस ने कुछ नहीं किया, पुलिस की एकतरफा कार्रवाई बेहद गलत है। वहीं, बृजेश मिश्रा की मां ने कहा कि उनका बेटा पहले शराब पीता था तो उस पर मुकदमा भी लिखा गया लेकिन बीते दिनों उसने सब कुछ छोड़ दिया है और सही रास्ते पर चल दिया है, लेकिन फिर भी पुलिस ने उसके बेटे को पीटा और सरे बाजार घुमाया एक तरफा कार्रवाई बेहद गलत है। उसके बेटे के छोटे-छोटे तीन बच्चे हैं पत्नी है, अगर उसका बेटा कोई गलत कदम उठा लेता तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। पुलिस की डिक्शनरी में हिस्ट्रीशीटर कभी पीड़ित नहीं हो सकता यह पुलिस की मौजूदा कार्रवाई से साफ नजर आता है।