Fake payment of Rs 2 crore, 3 employees guilty | 2 करोड़ का फर्जी भुगतान, 3 कर्मचारी दोषी: जौनपुर में डीएम की जांच में कई खामियां आई थीं सामने – Jaunpur News

जौनपुर की एक तहसील में बड़ा घोटाला सामने आया है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मंडल ने गुरुवार देर शाम प्राविधिक भूमि भू एवं राजस्व कार्यालय (एनएचएआई) का निरीक्षण किया था, जिसमें कई खामियां उजागर हुईं।
.
इस दौरान जिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आउटसोर्सिंग के दो कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी, वहीं एक अन्य को कलेक्ट्रेट परिसर में तैनात कर दिया गया। इस अचानक की गई कार्रवाई से तहसील परिसर में हड़कंप मच गया।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा, यदि किसी कार्यालय में भ्रष्टाचार या अवैध गतिविधियों के साक्ष्य मिलते हैं, तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
2 करोड़ का फर्जी भुगतान, 3 कर्मचारी दोषी
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को कुछ संदिग्ध पत्रावलियां मिलीं, जो नियमों के विपरीत तहसील में तैयार की गई थीं। प्रारंभिक जांच में तीन कर्मचारियों को दोषी पाया गया। जांच पड़ताल के दौरान दस ग्राम पंचायतों की 15 से 20 फाइलें संदिग्ध पाई गईं। इसमें अब तक करीब 2 करोड़ रुपये का फर्जी भुगतान सामने आया है।

राहुल सिंह की भूमिका संदिग्ध
जांच में यह भी पता चला कि फर्जी भुगतान वाली पत्रावलियां विभाग के बाबुओं ने तैयार की थीं, जिन्हें फर्जी काश्तकारों के खाते में भेजा गया था। इस घोटाले में बिचौलिया राहुल सिंह की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है, जो अक्सर कार्यालय आता-जाता था और काश्तकारों से बातचीत करता था।
जांच जारी, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के नेतृत्व में गहन जांच जारी है, और तीन से चार दिनों में पूरी होने की उम्मीद है। सीडीओ ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और अन्य विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
