उत्तर प्रदेश

Gunpowder entered the pupil of the girl’s eye | बच्ची की आंख की पुतली में घुसा बारुद: मेरठ में 3 दिन पहले मौजमस्ती के चक्कर में बच्ची के चेहरे पर फोड़ा था पटाखा – Meerut News

मेरठ में 3 दिन पहले कुछ लड़कों ने अपनी मौजमस्ती के चक्कर में 7 साल की बच्ची के चेहरे पर पटाखा फोड़ दिया। बारुद से बच्ची का चेहरा बुरी तरह झुलस गया है। चेहरे से ज्यादा नुकसान उसकी आंखों को हुआ है। बच्ची की आंखों में बारुद घुस गया है। इसके कारण उसकी आंखे

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शनिवार को बच्ची के पिता उसे आंखों के डॉक्टर के पास लेकर गए। उन्होंने कहा कि आंखों को ठीक होने में पूरे 6 महीने लगेंगे। चेहरे के जख्म तो भर जाएंगे लेकिन आंखों में टाइम लगेगा।

लड़कों ने की बदतमीज हरकत 3 दिन पहले नीचा सद्दीकनगर में पड़ोस के दबंगों ने 7 साल की मासूम बच्ची पर नाल में पोटाश भरकर धमाका कर दिया था। जिससे बच्ची गंभीर रूप से झुलस गई। चीख-पुकार सुनकर बाहर आए परिवार वालों ने जब दबंगों का विरोध किया, तो उन्होंने उनके साथ अभद्रता कर दी। यहां रहने वाले रिजवान की बेटी जारा गली में खेल रही थी। इसी दौरान गली के दबंग चांद और अड्डू वहां पहुंचे और पटाखा पटकने वाली नाल में पोटाश भरकर बच्ची के चेहरे पर फेंक दिया। धमाके से जारा का चेहरा बुरी तरह झुलस गया, और वह दर्द से चीखने लगी।

बच्ची की चीख-पुकार सुनकर परिवार के लोग घर से बाहर आए और इस अमानवीय कृत्य का विरोध किया। दबंगों ने न केवल अपनी गलती स्वीकारने से इनकार किया, बल्कि परिवार के साथ अभद्रता भी की। घायल जारा को लेकर परिवार थाने पहुंचा और दबंगों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने बच्ची को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों चांद व अड्डू की तलाश में छापेमारी कर रही है।

अस्पतालों में लेकर भटक रहा पिता बच्ची का चेहरा बुरी तरह जल गया है। गरीब पिता बेटी को गोद में उठाकर अस्पतालों में भटक रहा है। वो एक अस्पताल से दूसरे डॉक्टर के पास जाता है। मूलचंद शर्बती और दूसरे अस्पतालों में बच्ची को इलाज नहीं मिल पा रहा। अब प्राइवेट डॉक्टर से मजबूरन बच्ची का इलाज कराना पड़ रहा है। इतने पैसे गरीब पिता के पास नहीं है। लेकिन उन लड़कों की मौजमस्ती का शिकार ये मासूम बच्ची और इसका गरीब पिता हुआ है।

चेहरे पर बर्न स्कार्स हटाना होगा मुश्किल रिजवान ने बताया कि स्किन के डॉक्टर ने कहा कि चेहरे पर जो घाव हैं वो 1 से 2 महीने में भर जाएंगे। लेकिन इसके चेहरे को खुला रखना पड़ेगा। तब जख्म जल्दी भरेंगे। जख्म भरने के बाद बड़ी परेशानी दागों को ठीक करने में होगी। जो लगभग आठ से नौ महीने में सही होंगे। वहीं बच्ची की आंखों में फर्क आ गया है। आंखों को सही से खोल नहीं पा रही। प्राइवेट डॉक्टर को आंख दिखाई है। डॉक्टर ने बताया कि बारुद आंखों में धंस गया है। इसके कारण आंख में दिक्कत आ गई है। इसे सही होने में काफी वक्त लगेगा।

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