Female doctor ran away from sterilization camp in Gorakhpur | गोरखपुर में नसबंदी शिविर से भाग गईं महिला डॉक्टर: 17 महिलाओं को रजिस्ट्रेशन कर इंजेक्शन लगाया, फिर ऑपरेशन करने से कर दिया इनकार – Gorakhpur News

गोरखपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां लगाए गए नसबंदी शिविर में पहुंची महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हुआ। उन्हें इंजेक्शन भी लगाया गया। नसबंदी की सभी औपचारिकताएं भी पूरी की गई। लेकिन, शाम के 4 बजे पहुंचीं महिला डॉक्टर ने यह कहते हुए उनका
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मामला उरुवा बाजार के अराव जगदीशपुर स्थित समुदायिक स्वास्थ केंद्र (CHC) का है। देर शाम जब इसकी जानकारी महिलाओं और उनके परिजनों को हुई तो उन्होंने CHC पर ही हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि जब नसबंदी नहीं करनी थी, व्यवस्था नहीं थी तो बुलाया क्यों गया।
कुछ महिलाओं को सरकारी एंबुलेंस से घर वापस भेजा गया, जबकि, कई देर रात तक साधन नहीं मिलने की वजह से भटकती रहीं।
पुलिस ने शांत कराया मामला मामला बिगड़ता देख वहां मौजूद CHC स्टॉफ ने पुलिस बुला ली। पुलिस ने किसी तरह नाराज महिलाओं और उनके परिजनों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया। कुछ महिलाओं को सरकारी एंबुलेंस से घर वापस भेजा गया, जबकि, कई देर रात तक साधन नहीं मिलने की वजह से भटकती रहीं।
CHC पर मौजूद स्टॉफ का कहना था कि वहां इस वक्त कोई जिम्मेदार नहीं है। प्रभारी CMO/ACMO डॉ. अरुण चौधरी ने कहा, फिलहाल मामला संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसा है तो इसकी जांच कराई जाएगी और दोष सही पाए जाने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ित महिलाओं ने बताया कि अव्यवस्था के कारण उनकी नसबंदी नहीं हो पाई।
अव्यवस्था की वजह से नहीं हुई नसबंदी दरअसल, इस वक्त गोरखपुर जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर नसबंदी शिविर लगाया गया है। ऐसे में उरुवा बाजार के अराव जगदीशपुर स्थित CHC पर शुक्रवार सुबह नसबंदी कराने अलग-अलग गांवों की 17 महिलाएं पहुंची थीं। इन महिलाओं में शामिल पीड़िता सकीना, प्रियंका समेत अन्य महिलाओं को इंजेक्शन भी लगाया गया।
नसबंदी की सभी औपचारिकताएं भी पूरी की गई। लेकिन, शाम के 4 बजे पहुंचीं महिला डॉक्टर ने यह कहते हुए उनका ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया कि यहां ऑपरेशन करने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। इसके बाद महिला डॉक्टर वहां निकल गईं। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि अव्यवस्था के कारण उनकी नसबंदी नहीं हो पाई।