Dolphin friends will be deployed on the banks of Ganga from Varanasi to Ghazipur | वाराणसी से गाजीपुर गंगा किनारे डाल्फिन मित्रों की होगी तैनाती: प्रोजेक्ट डाल्फिन में 12 लोगों का होगा चयन, नाविक, मछुआरों, स्टूडेंट्स को मिलेगा मानदेय – Varanasi News

ठंड के दिनों में मछलियों का शिकार अधिक होता है। गंगा को स्वच्छ बनाने में गंगा डाल्फिन एक मददगार जलीय जंतु है। गंगा व उसकी सहायक नदियों मे डाल्फिन के संरक्षण को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के प्रोजेक्ट के तहत गंगा वाराणसी और
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गंगा किनारे रहने वालों को प्राथमिकता, 26 तक मौका
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के सहयोग से योगी सरकार ने डाल्फिन मित्र योजना शुरू की है। योजना में गंगा नदी के किनारे व आसपास रहने वाले नाविक, मछुआरों और सामान्य नागरिक शामिल हो सकते हैं। डाल्फिन के संरक्षण में लगे विद्यार्थियों, शोधार्थियों को विशेष प्राथमिकता दी जायेगी। वन विभाग की तरफ निर्धारित मानदेय का भुगतान भी होगा।
विलुप्तप्राय गंगा डाल्फिन के संरक्षण को तीन साल पहले शुरू हुई थी कवायद
अन्तर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा गंगा डॉल्फिन को विलुप्तप्राय प्रजाति घोषित करने के बाद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वर्ष 2021 मे डॉल्फिन को संरक्षित जलीय जीव घोषित किया गया। 05 अक्टूबर 2022 को सरकार ने इसे राष्ट्रीय जलीय जीव को घोषित किया। भारत 05 अक्टूबर को राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस के रूप में मनाता है।
प्रोजेक्ट से जुडने के लिए यहां करें आवेदन
गंगा व डाल्फिन के संरक्षण के लिए वन मंत्रालय के इस प्रोजेक्ट से जुडने के लिये इच्छुक व्यक्ति वनाधिकारी कार्यालय/क्षेत्रीय वनाधिकारी काशी कार्यालय में 26 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं। EMail: cfvaranasi2@yahoo.com पर भी डाल्फिन मित्र बनने के लिए आवेदन दिया जा सकता है