Investigation was conducted into the embezzlement case in the Mal Khana | माल खाने में गबन मामले में जांच शुरु: पुलिस की स्पेशन ने तैयार की लिस्ट, 2016 से अब तक तैनात प्रभारियों के बयान दर्ज होंगे – Lucknow News

लखनऊ के हजरगंज थाने के माल खाने में हुए गबन के मामले में मंगलवार को माल खाना खुलवाकर जांच की गई। जिसके लिए एक स्पेशल टीम भी बनाई गई है। जिसने एक लिस्ट तैयार की है। 2016 से अब तक के प्रभारियों के बयान दर्ज होंगे।
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10 लाख रुपए का घोटाला
29 मार्च 2019 में तत्कालीन हजरतगंज थाने के प्रभारी राधारमण सिंह ने माल खाने से 10 लाख रुपए के घोटाले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उस दौरान मालखाने का प्रभारी अशोक यादव निलंबित हुआ था। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।
नए प्रभारी के तौर पर आरक्षी प्रिय त्रिपाठी को जिम्मेदारी दी गई। प्रिय त्रिपाठी का गंभीर बीमारी के चलते 2022 में निधन हो गया। माल खाने का प्रभारी नहीं होने की वजह से मामलों में बरामद माल कोर्ट में पेश नहीं किया जा रहा था। इस पर कोर्ट ने जानकारी मांगी थी।
भ्रष्टाचार के मामले में गायब हो गए पैसे
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2004, 2019, 1998, 2003 और 2004 में थाने में दर्ज हुए भ्रष्टाचार के मुकदमों में मालखाने से रुपए बरामद नहीं हुए थे। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद हजरतगंज इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने तत्कालीन मुंशियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इस मामले में मंगलवार को स्पेशल टीम हजरतगंज थाने पहुंची।
माल खाना खोलकर की गई जांच
स्पेशल टीम की मौजूदगी में माल खाना खोला गया और अन्य मुकदमों से जुड़ी जानकारी जुटाई गई। मामले की तह तक पहुंचने के लिए 2016 से अब तक तैनात रहे थाना प्रभारियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। स्पेशल टीम थाना प्रभारियों के बयान दर्ज कर मुकदमों की जाचं करेगी। बता दें 2016 से तैनात रहे तत्कालीन एसपी संतोष कुमार सिंह, प्रभारी राजकुमार सिंह, धीरेंद्र कुमार उपाध्याय, आनंद कुमार शाही, अंजनी कुमार पांडेय, श्याम बाबू शुक्ला, राधा रमण सिंह, धीरेंद्र प्रताप कुश्वाहा, अखिलेश मिश्रा, प्रमोद कुमार पांडे अन्य पुलिस कर्मियों से पूछताछ की जाएगी।
माल खाना प्रभारी मौत से पहले किया गबन
माल खाने में गबन का मामला सामने आने के बाद माल खाना प्रभारी अशोक यादव को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद माल खाने की जिम्मेदारी प्रिय त्रिपाठी को मिली थी। प्रिय गंभीर रुप से बीमार हो गया था। लेकिन बीमारी हालत में थाने पहुंचा और माल खाने का सामान लेकर निकल गया। जब उससे माल को लेकर सवाल किया गया तो बोला सुरक्षित जगह ले जाने के बात कहकर निकल गया। हालांकि प्रिय की 2022 में मौत हो चुकी है।