Investigation begins on tree cutting case in BHU | बीएचयू में पेड़ काटने के मामले की जांच शुरू: वन विभाग ने शुरू की विभागीय जांच, अधिकारी बोले-BHU ने सिर्फ 145 पेड़ काटने की ली अनुमति – Varanasi News

BHU पेड़ कटाई मामले में बीएचयू को नोटिस जारी किया है। नोटिस में पूछा गया है कि बीते तीन साल में कितने पेड़ काटे गए। पेड़ काटने से पहले वन विभाग की अनुमति क्यों नहीं ली गई। जो पेड़ कटे हैं, उनका भुगतान क्यों नहीं किया गया। वन संरक्षक की ओर से बनाई गई
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बीएचयू मे कटे 145 पेड़
वन संरक्षक डॉ. रवि कुमार सिंह ने बताया कि बीएचयू ने पिछले चार साल में वन विभाग से सिर्फ 145 पेड़ों को काटने अनुमति ली। लेकिन, कैंपस में इससे ज्यादा पेड़ों की कटाई की शिकायत आई। बीएचयू ने कटी हुईं लकड़ियों का कोई हिसाब भी नहीं दिया।
BHU के छात्रों ने किया था विरोध।
2018 से 2023 तक चंदन के 7 पेड़ काटे गए
विभाग की जांच में पता चला कि 2018 से 2023 तक चंदन के सात पेड़ काटे गए। इसका साक्ष्य भी मिला है। इसके साथ ही आम, अमरूद, सागौन, पीपल, नीम के पेड़ भी काटे गए। वन संरक्षक ने कहा कि बीएचयू में लगातार पेड़ काटने की शिकायत मिल रही है। बीएचयू को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।

गुस्साए छात्रों ने बहुत बार रूकवा दिया था पेड़ कटाई का काम।
कोर्ट ने दो सदस्यीय टीम का किया था गठन
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हो रही पेड़ो की कटाई को लेकर बीएचयू के पूर्व छात्र और हाइकोर्ट अधिवक्ता सौरभ तिवारी द्वारा राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) में दायर याचिका पर सुनवाई हुई थी। इस दौरान जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव, अरुण कुमार त्यागी और एक्सपर्ट मेंबर डॉक्टर एस. त्रिवेणी की बेंच ने सुनवाई की थी और इस मामले के दो सदस्यीय कमेटी का गठन जांच के लिए किया था।