Events organized at various places on Valmiki Jayanti: | बाल्मीकि जयंती पर जगह-जगह हुए आयोजन:: 76 जोड़ों ने एक दूजे का थामा हाथ, घोड़े पर सवार दूल्हें पहुंचे, शहनाई व मंगलगीतों से गूंजा उपवन – Kanpur News

सामूहिक विवाह के दौरान वधूओं को आर्शीवाद देते कमेटी के पदाधिकारी
मोतीझील स्थित बाल्मीकि उपवन में महर्षि बाल्मीकि जयंती के मौके 76 जोड़ों ने एक साथ जीने मरने की कसमें खाई। वरमाला के दौरान बजी शहनाई व मंगलगीतों से उपवन गूंज उठा। परिजनों व अतिथियों ने नवदंपतियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामानाएं दी। जयंती के अवसर पर शहर
.
कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुति देते कलाकार
बाल्मीकि जयंती के अवसर पर महर्षि बाल्मीकि जन्मोत्सव केंद्रीय मेला कमेटी की ओर से मोतीझील में सर्वजातीय सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। जिसमें 76 जोड़ों ने एक-दूजे का हाथ थामकर जीने-मरने की कसमें खाईं। कमेटी के मीडिया प्रभारी मुन्ना हजारिया ने बताया कि लाजपत भवन से सभी दूल्हों की बारात गाजे-बाजे के साथ उठी, जो कार्यक्रम स्थल पर पहुंची।
बारात के भव्य स्वागत के बाद उपवन में बने मंडपों में विधि-विधान के साथ विवाह कराया गया। आए हुए अतिथियों ने सभी जोड़ों को सुखी दांपत्य को आशीर्वाद दिया। समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह भी हुआ। विवाह के बाद नवदंपतियों को गृहस्थी का सामान देकर विदाई की गई।
इस मौके पर पूर्व सांसद सत्यदेव पचौरी, विधायिका नीलिमा कटियार, प्रतिभा शुक्ला, अनिल शुक्ला वारसी, आलोक मिश्रा, सोहेल अंसारी, नौशाद आलम, मानवेंद्र सिंह, अमिताभ बाजपेयी, सलिल विश्नोई, सुरेंद्र मैथानी, राम जियावन सागर, चौधरी राम गोपाल ने बारात का स्वागत किया।

दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ करते पूर्व विधायक सतीश निगम
बाल्मीकि आश्रम में मनाई गई जयंती
बाल्मीकि श्रद्धा पर्व प्रधान मेला कमेटी की ओर से बाल्मीकि आश्रम बिठूर में जयंती की पूर्व संध्या पर महर्षि बाल्मीकि की महाआरती की गई। इसके बाद मेले का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम अध्यक्ष राजू बाल्मीकि ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने किया। मेले में छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित कर पुस्तक वितरण की गई। इस दौरान गोष्ठी का आयोजन भी किया गया।
गोष्ठी में बताया कि महर्षि वाल्मीकि ने लव-कुश को महान योद्धा बनाया था। उन्होंने समाज में एकता बनाए रखने का संदेश दिया। हमें उनके जीवन से सीख लेनी चाहिए कि व्यक्ति जाति से नहीं, अपने कर्माें व विचारों से महान बनता है। इस दौरान पंचम लाल, सुनील कुमार, राकेश कुमार, राजेश राजवंशी, ब्रजमोहन, संजय बाल्मीकि, अजय भारती, रंजीत कुमार मौजूद रहे।
शादी के बंधन में बंधे पांच युवक-युवती
वाल्मीकि विकास परिषद की ओर से गुरुवार को नानाराव पार्क, फूलबाग स्थित वाल्मीकि वाटिका में उनकी जयंती मनाई गई। अध्यक्षता ज्ञान प्रकाश भोला व संचालन सुशील खेरखा ने किया। इसमें समाज की गरीब कन्याओं का सामूहिक विवाह भी कराया गया।
कार्यक्रम के आयोजक धीरज वाल्मीकि ने कहा कि महापुरुषों से प्रेरणा लेकर ही समाज में सामाजिक समरसता का भाव व सर्वांगीण विकास किया जा सकता है। इस दौरान पांच जोड़े शादी के बंधन में बंधे।