Rapti river erosion intensifies in Siddharthnagar | सिद्धार्थनगर में राप्ती नदी का कटान तेज: बड़हरा के मुख्य मार्ग पर आया संकट, पुलिया का एक हिस्सा ध्वस्त, गांव की बिजली आपूर्ति ठप – Siddharthnagar News

सिद्धार्थनगर के रमवापुर कोहलचक उर्फ बड़हरा गांव में राप्ती नदी के तेज बहाव से कटान ने मुख्य मार्ग और पुलिया को क्षतिग्रस्त कर दिया है। इससे गांव में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। प्रशासन द्वारा कटान रोकने के लिए युद्धस्तर पर बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
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राप्ती नदी में इस साल चौथी बार आई बाढ़ का पानी तेजी से घटने के साथ ही कटान की समस्या और गंभीर हो गई है। नदी के तेज बहाव ने रमवापुर कोहलचक उर्फ बड़हरा गांव को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग और पुलिया को प्रभावित किया है। पुलिया का एक विंग वाल और एक बिजली का खंभा नदी में समा गया, जिससे गांव की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई।
ग्रामीणों की सूचना पर एसडीएम डॉ. संजीव दीक्षित मौके पर पहुंचे और तुरंत बचाव कार्य शुरू करवाया। सिंचाई निर्माण खण्ड के अधिकारी एई अशोक कुमार भारती और जेई ज्ञान शंकर की देखरेख में ग्रामीणों की मदद से कटान रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। बड़ी मात्रा में पेड़, ईंटों से भरी बोरियां, और गैबियान जाल नदी के बहाव को मोड़ने और कटान को रोकने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं।

इस बचाव कार्य में सुबह से लेकर देर शाम तक प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय ग्रामीण पूरी तन्मयता से जुटे रहे। एसडीएम ने बताया कि डीएम के निर्देशानुसार कटान रोकने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं और ग्रामीणों से मिल रहे सहयोग को सराहते हुए कहा कि किसी भी हाल में पुलिया और सड़क को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।

राप्ती नदी के बहाव से पिछले नौ वर्षों में लगभग 350 बीघा जमीन नदी में समा चुकी है। इस वर्ष भी बाढ़ के बाद जब पानी घटने लगा, तो नदी का बहाव रमवापुर कोहलचक उर्फ बड़हरा गांव के पास पहुंच गया, जिससे मुख्य मार्ग और पुलिया पर खतरा मंडरा रहा है।

प्रशासन ने ग्रामीणों के साथ मिलकर इस समस्या का समाधान निकालने के प्रयास तेज कर दिए हैं। मौके पर मौजूद सीओ सतीश चंद्र पाण्डेय, तहसीलदार रविकुमार यादव, और अन्य अधिकारियों ने भी स्थिति का जायजा लिया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।