BSIP’s 78th Foundation Day celebrated in Lucknow | लखनऊ में मनाया गया बीएसआईपी का 78वां स्थापना दिवस: कार्यक्रम में 16 शोधार्थियों को किया गया सम्मानित, संस्थान से रिटायर्ड वैज्ञानिक भी हुए शामिल – Lucknow News

लखनऊ स्थित बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियोसाइंसेज में भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत अपने परिसर में अपना 78 वां स्थापना दिवस समारोह मनाया। 1946 में स्थापित बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियोसाइंसेज पौधों, जानवरों और अन्य जीवों के
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इन विद्वानों में डॉ. सुयश गुप्ता, डॉ. योगेश पाल सिंह, डॉ. सचिन कुमार, डॉ. प्रिया अग्निहोत्री, डॉ. काजल चंद्रा, डॉ. हर्षिता भाटिया, डॉ. पूजा तिवारी, डॉ. बेन्सी डेविड चिंताला, डॉ. हिदायतुल्ला, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. शालिनी परमार, डॉ. लोपामुद्रा रॉय, डॉ. मसूद कंवर, डॉ. राज कुमार और डॉ. सर्वेद्र प्रताप सिंह शामिल हैं। इन सभी ने पिछले वर्ष में अपनी डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की थी। उनकी उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए उन्हें इस समारोह में सम्मानित किया गया है।

समारोह में दक्षिण कोरिया, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और चेक गणराज्य में आयोजित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले वैज्ञानिकों और शोध विद्वानों को भी सम्मानित किया गया। इनमें डॉ. पूनम वर्मा, विवेश वीर कपूर, नीरज राय, अद्रिता चौधरी, रणवीर सिंह नेगी, आर्या पांडे, सूरज कुमार साहू, पूजा तिवारी, देवेश्वर प्रकाश मिश्र, निधि तोमर, और पियाल हलधर शामिल हैं। इन वैज्ञानिकों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का गौरव बढ़ाया है।

वर्तिका सिंह, सबेरा खातून, प्रिया दीक्षित और महबूब आलम को भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों में उनके चयन के लिए सम्मानित किया गया। पंडित दीनदयाल ऊर्जा विश्वविद्यालय गांधीनगर के महानिदेशक डॉ. एस. सुंदर मनोहर मुख्य अतिथि थे और समारोह में प्रसिद्ध जीवाश्म विज्ञानी प्रो. अशोक साहनी और संस्थान के सेवानिवृत्त वैज्ञानिकों ने भी भाग लिया। इसके अतिरिक्त, जीएसआई लखनऊ विश्वविद्यालय और अन्य संगठनों के भूवैज्ञानिक, वैज्ञानिक और प्रोफेसर भी इस समारोह का हिस्सा बने। यह आयोजन न केवल शोध और विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वालों की उपलब्धियों को मान्यता देने का एक अवसर था, बल्कि एक साथ आने और ज्ञान एवं अनुभव साझा किया।