meerut news meerut weather meerut weather news Hapur is the third most polluted city in the country | हापुड़ देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर: मेरठ रेड जोन में…AQI 327; फेफड़े, स्किन और आंखों में जलन बढ़ी – Meerut News

बदलते माैसम के चलते शुक्रवार को एक बार फिर यूपी के शहरों की हवा प्रदूषित हो गई। हापुड़ देश का तीसरे सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां का AQI 349 पहुंच गया। मुजफ्फरनगर चौथा सबसे प्रदूषित शहर दर्ज किया गया है। मेरठ में भी प्रदूषण रेड जाने में आ गया है। यहां क
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घनी धुंध के चलते शहरों की हवा बिगड़ रही है। कोहरे के अलावा स्मॉग के चलते प्रदूषण बढ़ रहा है। प्रदूषण बढ़ने के चलते खराब एयर क्वालिटी प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे तक को नुकसान पहुंचा सकती है। प्रदूषण से नाक, गले, श्वास नली, फेफड़े, स्किन और आंखों में जलन जैसी शिकायतें हो रही हैं।
इसके अलावा दो दिनों से ठंड का अहसास बढ़ गया है। सरदार पटेल कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक यूपी शाही ने बताया कि मौसम कार्यालय पर मेरठ में दिन का अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14.5 रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो ठंड अब बढ़ती जाएगी।
सिटी पॉल्यूशन का हाल पढ़िए
सिटी | AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) |
दिल्ली | 391 |
हापुड़ | 349 |
मुजफ्फरनगर | 340 |
गाजियाबाद | 337 |
मेरठ | 325 |
नोएडा | 312 |
बुलंदशहर |
294 |
NCR में 15 सितंबर से लागू है ग्रेप
हर साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी ग्रेप सिस्टम लागू किया जाता है। इस साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर NCR में 15 सितंबर से ही इसे लागू कर दिया गया। ग्रेप में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलावा नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, PWD, सिंचाई विभाग, NHAI, नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग, RTO समेत करीब 23 विभाग काम कर रहे हैं। इसके बाद भी सुधार नहीं हो रहा है।
अब आपको GRAP के 4 स्टेज के बारे में डिटेल में बताते हैं…
- एयर क्वालिटी इंडेक्स अगर 201 से 300 के बीच होगा तो उसमें GRAP के पहले चरण को लागू किया जाएगा। इसमें निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों के लिए निर्देश जारी होते हैं। सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाता है। कचरा जलाने पर प्रतिबंध रहेगा। डीजल जनरेटर का इस्तेमाल बिजली के लिए नहीं होगा।
- एयर क्वालिटी इंडेक्स 301 से 400 के बीच होगा तो GRAP के दूसरे चरण को लागू किया जाएगा। डीजल जनरेटर पर पाबंदी रहेगी। होटल में कोयले या तंदूर का इस्तेमाल नहीं होगा। पार्किंग फीस बढ़ा दी जाएगी। इलेक्ट्रिक या CNG बसें और मेट्रो सर्विस के फेरे बढ़ाए जाएंगे।
- एयर क्वालिटी इंडेक्स 401 से 450 के बीच होगी तो तीसरे चरण को लागू किया जाएगा। इसमें निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा। हर दिन सड़कों की सफाई होगी। पानी का छिड़काव होगा। दिल्ली-NCR में माइनिंग भी बंद हो जाएगी।
- एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 से ज्यादा हुआ तो यह बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया जाएगा। इसमें GRAP का चौथा चरण लागू होगा। शहर में ट्रकों की एंट्री बंद हो जाएगी। सिर्फ जरूरी सामान लाने-ले जाने वाले ट्रक आ सकेंगे। इंडस्ट्री और फैक्ट्रियां बंद कर दी जाएंगी। कंस्ट्रक्शन और डिमॉलिशन एक्टिविटी पर रोक रहेगी। दफ्तरों में सिर्फ 50% कर्मचारी ही आ सकेंगे। बाकी वर्क फ्रॉम होम करेंगे।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए गाइडलाइन
- पानी के छिड़काव के लिए टैंकर नियमित रूप से कूड़ा उठाएं। स्वीपिंग रोस्टर सड़कों की धुलाई कराए।
- एमडीए, आवास विकास परिषद, यूपीसीडी निर्माणाधीन कंस्ट्रक्शन, जिसका एरिया 2000 वर्ग मीटर से अधिक है, पीटीजेड कैमरे की स्थापना करे।
- जिले की सभी सड़कें गड्ढा मुक्त की जाएं और प्राथमिकता से इसे किया जाए।
- जिले में नगर निगम, नगर निकाय, नगर पंचायत खुले में कूड़ा न डाले।
- स्वच्छ वायु ऐप, फेसबुक, X आदि के माध्यम से वायु प्रदूषण की शिकायतों का निस्तारण करें।
- गाजियाबाद में कंस्ट्रक्शन साइट पर एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।

ये सावधानी जरूर बरतें
- प्रदूषण को कम करने के लिए सबसे पहले पॉलिथीन और टायर जैसी चीजें बिल्कुल न जलाएं।
- ऐसी जगह पर न जाएं, जहां बहुत ज्यादा धुंध है। घर से बाहर मास्क एन-95 लगाकर निकलें।
- अस्थमा और एलर्जी के मरीजों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
- सांस और दिल की बीमारी वाले लोग अपना विशेष ध्यान रखें।
- डायबिटीज और एचआईवी के मरीजों को भी खास सावधानी रखनी चाहिए।
मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस रोगी निशाने पर
प्रदूषित हवा के निशाने पर मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस और दिल के मरीज और बच्चें सबसे ज्यादा रहते हैं। बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। बुजुर्ग, सांस और दिल के रोग भी मास्क लगाकर बाहर निकले। सुबह जल्दी और देर शाम बाहर निकलने से बचें। ब्रीदिंग व्यायाम करते रहें। धूल और धुएं वाली जगह पर जाने से बचें।