Varanasi News Bhola who was missing since 16 was found by Aman of Kashi | 16 से लापता भोला को काशी के अमन ने ढूंढा: परिजन मृत मानकर कर चुके थे अंतिम संस्कार, जिंदा देख हुए खुश – Varanasi News

वाराणसी में गरीबों, असहायों और लाचारों की मदद करने वाले अमन कबीर ने एक बार फिर इंसानियत की मिसाल पेश की है। अमन ने 16 से अपने घर से लापता युवक को घर वालों से मिलाने का काम किया है। अमन को बीमार हालत में मिले युवक भोला की कहानी जब पता चली तो उन्होंने
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अपने बेटे को लेने वाराणसी मंडलीय चिकित्सालय पहुंची मां दुखना की आंखों से खुशी के आंसू नहीं रुक रहे हैं। दुखना की आंखों की चमक बढ़ गयी है। उनका 16 साल पहले लापता हुआ बेटा भोला उनकी आंखों के सामने था। परिजन भोला को मृत मानकर उसका अंतिम संस्कार कर चुके थे।
हमने इस संबंध में अमन यादव ‘कबीर’ से बात की और जाना की आखिर उन्हें भोला कब मिला और उसने क्या बताया और कैसे परिजनों तक पहुंचे अमन।
मंडलीय चिकित्सालय के लावारिस वार्ड में एडमिट था भोला मंडलीय चिकित्सालय वाराणसी में अपने परिजनों को देखकर खुश भोला पिछले एक महीने से अस्पताल के लावारिस वार्ड में था। अमन कबीर ने बताया- 10 दिन पहले लावारिस वार्ड में पहुंचा तो भोला जिसने उस वक़्त अपना नाम महेंद्र बताया था दर्द से कराह रहा था। उसके पैर में चोट लगी थी। उसे आरपीएफ गोरखपुर से घायल अवस्था में वाराणसी लायी थी और ट्रामा सेंटर में इलाज के बाद उसे मंडलीय चिकित्सालय के लावारिस वार्ड में एडमिट कराया गया था।
प्रयागराज के मेजा का रहने वाला है भोला उर्फ महेंद्र अमन ने बताया- भोला से जानकारी ली तो पहले उसने सही जानकारी नहीं दी। दो दिन बाद उसने अपना घर प्रयागराज के मेजा रोड के खानपुर गांव में होना बताया। इसपर मैंने सोशल मीडिया से उसका पता लगाना शुरू किया तो कुछ लोगों ने सम्पर्क किया। इसके बाद मेजा पुलिस के सहयोग से भोला के परिजनों तक पहुंचा गया। वहां से परिजन वाराणसी पहुंचे हैं।
अब जानिए परिजनों ने क्या बताया? कब से लापता था भोला…
16 साल पहले हो गया था लापता अमन के बताने पर मंडलीय चिकित्सालय पहुंची भोला की मां दुखना देवी, मौसी छमिया देवी और बड़ा भाई खुश थे। दुखना की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। मां दुखना ने बताया- बेटे को याद करते-करते पिता का देहांत हो गया। बेटा लापता हुआ तब उसकी उम्र 16 साल थी। अब वह 32 साल का है। हमने दो साल बेटे को ढूंढा और शांत बैठ गए थे कि बेटा नहीं मिलेगा। कुछ साल बाद हमने मृत मानकर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था।
अमन ने दी दोबारा जिंदगी भोला की मौसी छमिया ने बताया – हम लोगों ने बहुत ढूंढा पर वह नहीं मिला। हमने मैहर देवी मंदिर में मनौती मांगी थी। मनौती का ही असर है कि वह आज हमें मिल गया है। लापता होने के दो साल बाद हमने उसे मृत मान लिया था। लेकिन अमन ने हमारे बेटे को हमसे मिला दिया।
16 साल से भटक रहा था भोला भोला बहुत कम बोलता है। भोला से जब बात हुई तो उसने बताया कि – वह 16 साल से शहर-शहर भटक रहा था। कहीं भी काम मिलता था उसे कर लेता था। एक महीना पहले गोरखपुर में ट्रेन से चढ़ते समय पैर फंस गया था।घायल अवस्था में मुझे यहां लेकर भर्ती कराया गया था। भोला ये नहीं बता पाया की वह घर से लापता कैसे हुआ था।