उत्तर प्रदेश

Mother and daughter asked for euthanasia from CM | मां-बेटी ने सीएम से मांगी इच्छा मृत्यु: पीड़िता बोली- मां के सामने गैंगरेप हुआ, एसओ ने आरोपियों से सांठगांठ की, अब न्याय की उम्मीद नहीं – Rampur News

रामपुर में एक मां और बेटी ने सीएम से इच्छा मृत्यु की मांग की है। पीड़ित मां का कहना है, उनकी बेटी का गांव के 2 लड़कों ने जीना मुश्किल कर दिया है। वो दोनों पहले बेटी से स्कूल जाते समय छेड़छाड़ करते। छेड़छाड़ का वीडियो बना लेते थे।

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जब बेटी ने परेशान होकर स्कूल जाना छोड़ दिया तो दोनों ने घर में घुसकर बेटी के साथ रेप किया। पुलिस ने भी शिकायत करने पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। आरोपियों से सांठगांठ करके मामले को 12 दिन के अंदर ही बंद कर दिया।

हम लोगों की समाज में बहुत बेइज्जती हुई है। इसलिए मैं और मेरी बेटी दोनों अपनी इच्छा से मरना चाहते हैं। हम लोगों ने सीएम योगी को भी पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु मांगी है। ये मामला रामपुर के थाना भोट का है। पीड़ित मां-बेटी ने गुरुवार को सीएम से इच्छा मृत्यु मांगी है।

मां-बेटी अपना लेटर लेकर कोर्ट पहुंची।

छेड़छाड़ करते समय मेरा वीडियो बना लेते थे- पीड़िता

13 साल की पीड़िता ने बताया, मैं क्लास 8th में पढ़ती थी। मेरे दो भाई भी हैं। मार्च 2024 में मैं जब स्कूल जाती थी तो गांव के दो लड़के सचिन और मनीष मुझे परेशान करते थे। कभी मेरा हाथ पकड़ लेते तो कभी मुझे घसीट लेते थे। ये सब करते हुए वो मेरा वीडियो भी बना लेते थे।

उसको वायरल करने की धमकी दिया करते थे। ये सब बातें मैंने घर पर बताई तो वो लोग मुझे धमकाने लगे। जिस डर से मैंने स्कूल जाना बंद कर दिया। उसके बाद 21 मई को वो दोनों मेरे घर में घुस आए। दोनों ने मेरी मां के सामने मेरा रेप किया। ये बात उन्होंने पूरे गांव में फैला दी।

मां-बेटी का कहना है, अब वो दोनों मरना चाहती हैं।

मां-बेटी का कहना है, अब वो दोनों मरना चाहती हैं।

एसओ ने आरोपियों से सांठ-गांठ कर मामला क्लोज कर दिया

हम लोगों की गांव में बहुत बेइज्जती हुई। हम लोगों ने 25 मई 2024 को पुलिस से इस मामले में शिकायत की। लेकिन एसओ निशा खटाना ने आरोपियों से सांठ गांठ करके बेटी के गवाहों के बयान न दर्ज कर आरोपियों और उसके परिवार के ही बयान दर्ज किए।

इतने गंभीर मामले में सिर्फ 12 दिन में एफआर लगाकर फाइल क्लोज कर दी। इसके बाद हम लोगों ने कोर्ट में प्रोटेस्ट पिटीशन दाखिल की। इस पर कोर्ट ने दोबारा 27 अगस्त 2024 को विवेचना के आदेश पारित किए। केस डायरी पहुंचने के बाद भी एसओ ने बयान दर्ज नहीं किए।

पीड़िता का कहना है, हम लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।

पीड़िता का कहना है, हम लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।

हमने राज्य महिला आयोग से भी शिकायत की- वकील

वहीं पीड़िता के वकील रमेश कुमार लोधी ने बताया कि पुलिस की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं होने पर एसपी रामपुर, डीआइजी मुरादाबाद मंडल और राज्य महिला आयोग आदि से शिकायत की है। अभी विवेचना क्राइम ब्रांच के विवेचक द्वारा की जा रही है।

उनका कहना है कि इसमें कुछ नहीं होगा, उनके ऊपर बहुत दबाव है। मां-बेटी ने एसपी को भी इच्छा मृत्यु का लेटर भेजा है। उनका कहना है हम लोग 5 महीने से संघर्ष कर रहे हैं लेकिन अब न्याय की उम्मीद खत्म हो चुकी है।

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