Saints will not participate in Shaurya Diwas program in Mathura | मथुरा में शौर्य दिवस कार्यक्रम में संत नहीं होंगे शामिल: प्रशासन और संतों के बीच बैठक में लिया फैसला – Mathura News

मथुरा के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी एवं एसएसपी ने संतो के साथ बैठक की। इस बैठक में कुछ संगठन भी शामिल हुए इस बैठक का उद्देश्य 6 दिसंबर को मनाए जाने वाले शौर्य दिवस को लेकर था। जहां संतों एवं संगठनों के पदाधिकारी के साथ जिलाधिकारी एवं एसएसपी ने
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6 दिसंबर को अयोध्या कांड की स्मृति के अवसर पर कुछ संत और संगठनों के द्वारा शौर्य दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा से प्रशासन सतर्क हो गया है । प्रशासन ने बैठक कर संत और संगठन से शौर्य दिवस ना मनाए जाने की अपील की है। इस बैठक में शामिल संतो ने शौर्य दिवस ना मनाए जाने की घोषणा भी की है।
तीन दिन पूर्व वृंदावन में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिस पर हिंदूवादी संगठनों और संतों के द्वारा शौर्य दिवस मनाए जाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के तहत श्री कृष्ण जन्म स्थान का देहरी पूजन करने की घोषणा की गई थी । इसे लेकर के सतर्क हुए प्रशासन ने मंगलवार को एक बैठक आयोजित की।
इस बैठक में मौजूद संतों ने बताया कि वह 6 दिसंबर को शौर्य दिवस न बनने को लेकर प्रशासन के द्वारा मुख्य बिंदुओं पर बातचीत हुई है जिसमें सभी संतो ने एक रहा होकर प्रशासन का सहयोग करने की अपील की और कहा कि उनके द्वारा 6 दिसंबर को शौर्य दिवस नहीं मनाया जाएगा बल्कि अपने-अपने मठ मंदिरों में ही अन्य धार्मिक आयोजन करेंगे।
इस बैठक में वृंदावन के प्रमुख संत गोविंदानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि वह 6 दिसंबर के आयोजन में शामिल नहीं होंगे। संत मोहिनी बिहारी शरण ने कहा कि सभी संत उस दिन अपने-अपने मठ मंदिरों में ही कार्यक्रम आयोजित करेंगे।