Pregnant woman and her child died in Aligarh, uproar | अलीगढ़ में गर्भवती और बच्चे की मौत, हंगामा: हाथरस के हार्डवेयर कारोबारी की पत्नी अलीगढ़ में थी भर्ती, इलाज में लापरवाही का आरोप – Aligarh News

गर्भवती की मौत के कारण परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
अलीगढ़ के सासनीगेट थाना क्षेत्र के आगरा रोड स्थित एक निजी अस्पताल में गर्भवती और उसके अजन्मे बच्चे की मौत हो गई। मौत की बात जब परिवार के लोगों को पता चली तो उन्होंने इलाज में लापरवाही की बात कहकर हंगामा शुरू कर दिया। लोगों ने अस्पताल के अंदर तोड़फोड़ भी
.
अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए और हंगामा करने लगे। जिसके बाद सासनीगेट पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराया। परिजनों का आरोप था कि इलाज में लापरवाही की गई है और जब गर्भवती को प्रसव पीड़ा हुई तो उस समय महिला डॉक्टर मौजूद ही नहीं थी। नर्स ही गर्भवती को उपचार दे रही थी। जिसके कारण मौत हुई है।
रूबी (फाइल फोटो)
हार्डवेयर कारोबारी की थी पत्नी
हाथरस के कस्बा मेंडू निवासी पवन गुप्ता हार्डवेयर कारोबारी हैं। उनकी 35 वर्षीय पत्नी रूबी गर्भवती थी और उसे प्रसव के लिए उन्होंने अलीगढ़ के आगरा रोड स्थित डॉ अंजुला भार्गव के अस्पताल में भर्ती कराया था। महिला को 15 नवंबर को भर्ती कराया गया था।
परिवार के लोगों का कहना था कि वह लोग ऑपरेशन के लिए तैयार थे, लेकिन उन्हें नार्मल डिलीवरी का आश्वासन दिया गया था। जिसके बाद वह इंतजार कर रहे थे। 16 नवंबर की शाम को गर्भवती को जब प्रसव पीड़ा हुई तो उस समय अस्पताल में कोई भी डॉक्टर नहीं थी। नर्स ने ही उपचार दिया और डॉक्टर 1 घंटे बाद आई। जिसके कारण गर्भवती की मौत हो गई।

अस्पताल में कई घंटे हंगामा चला और पुलिस ने जैसे तैसे लोगों को शांत कराया।
कई घंटे तक चलता रहा हंगामा
गर्भवती की मौत के बाद अस्पताल में कई घंटे तक हंगामा चलता रहा और परिवार के लोग कार्रवाई की मांग करते रहे। पुलिस के सामने भी हंगामा हो रहा था, जिसके बाद पुलिस ने जैसे तैसे करके लोगों को शांत किया। उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद परिवार के लोग शांत हुए। घंटो चले हंगामे के बाद परिवार के लोग महिला और उसके बच्चे के शव को लेकर हाथरस लौट गए हैं। पुलिस के अनुसार अभी उनकी ओर से कोई तहरीर भी नहीं दी गई है।

काफी मशक्कत के बाद पुलिस लोगों को शांत करा पाई।
पोस्टमार्टम से परिवार ने किया इनकार
सीओ प्रथम अभय कुमार पांडेय ने बताया कि हंगामे की जानकारी पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची थी। परिवार के लोगों को शांत कराया गया। उन्होंने बताया कि परिवार पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं हुआ और शव को लेकर वापस हाथरस लौट गया है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा और जांच के आधार पर आगे की सख्त कार्रवाई की जाएगी।