Crowds came out on the streets after the death of the student | छात्रा की मौत बाद सड़कों पर निकली भीड़: फतेहपुर में कैंडल मार्च निकालर बेटी को न्याय देने की मांग, छेड़खानी से तंग आकर की खुदकुशी – Fatehpur News

फतेहपुर जिले के खागा कस्बे के एक इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली इंटर की छात्रा ने बस ड्राइवर की छेड़खानी और शिकायत के बाद प्रधानाचार्य द्वारा की गई पिटाई से आहत होकर कॉलेज की दूसरी मंजिल से कूदकर जान देने की कोशिश की थी। विगत 25 सितंबर को हुई इस घटना के ब
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छात्रा को न्याय दिलाने की मांग
शाम 6 बजे जब छात्रा का शव कस्बे पहुंचा, तो वहां के लोग इकट्ठा होकर कैंडल मार्च निकालने लगे। इस दौरान लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों की मांग है कि बस चालक को पुलिस ने भले ही गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन स्कूल के प्रधानाचार्य को बचाने की कोशिश की जा रही है। जय नारायण मौर्या, जो कैंडल मार्च में शामिल थे, ने कहा, “शिक्षा के मंदिर में लड़कियां तक सुरक्षित नहीं हैं। प्रधानाचार्य ने बस ड्राइवर का पक्ष लेते हुए छात्रा की पिटाई की थी, लेकिन पुलिस उसे बचाने में लगी है।”
क्या था मामला?
खागा कस्बे के इस इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली 17 वर्षीय छात्रा के पिता ने आरोप लगाया था कि कॉलेज बस का ड्राइवर शिवचरण उनकी बेटी के साथ बार-बार छेड़खानी करता था। कई बार वह उसे बस में बैठाने से भी मना कर देता था। जब छात्रा ने इस बारे में प्रधानाचार्य से शिकायत की, तो कार्रवाई करने की बजाय प्रधानाचार्य ने उसकी पिटाई कर दी और कहा कि अपनी बेटी के लिए दूसरा वाहन ढूंढ लो। इससे आहत होकर छात्रा ने 24 सितंबर को कॉलेज की इमारत से कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया।
इलाज के दौरान हुई मौत
छात्रा को गंभीर हालत में प्रयागराज के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे लखनऊ रेफर किया जा रहा था। रास्ते में उसकी हालत और बिगड़ गई, जिसके बाद परिवार वाले उसे खागा कोतवाली लेकर पहुंचे। वहां पुलिस ने उसकी नब्ज चेक की और पाया कि उसकी सांसें चल रही थीं। इसके बाद उसे कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां आज उसने दम तोड़ दिया।

पुलिस की कार्रवाई
अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने बताया कि छात्रा के पिता की तहरीर पर बस ड्राइवर शिवचरण और प्रधानाचार्य राज कपूर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बस चालक को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि प्रधानाचार्य पर भी कार्रवाई की जा रही है। कस्बे में इस घटना को लेकर गुस्सा है। लोग छात्रा के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रधानाचार्य की भूमिका भी संदिग्ध है और उसे भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए।