Eight cyber fraudsters arrested in Lucknow | लखनऊ में साइबर ठगी करने वाले आठ गिरफ्तार: कॉल सेंटर चलाने के लिए दो युवकों का किया था अपहरण, गेमिंग एप से करते थे ठगी – Lucknow News

ठगी गिरोह से पीड़ितों के संबंधों के विषय में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने मंगलवार को लोटस पब्लिक स्कूल के पास सेक्टर न्यू ए-4 के एक फ्लैट में छापेमारी कर आठ अपहरण करने वाले ठगों को गिरफ्तार किया। इनके पास से प्रयागराज से अपहरण किए गए दो लोग को सकुशल बरामद कर लिया। आरोपियों ने साइबर ठगी का
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जीत का झांसा देकर महादेव गेमिंग एप का करते थे प्रयोग
एसीपी गोसाईगंज एवं प्रशिक्षु आईपीएस किरन यादव ने बताया कि पुलिस टीम ने दुर्ग जिले के सेक्टर छह भिलाईनगर निवासी राजा खां, जेवरा सिरसा निवासी सैलाब दीवान, कुर्सी पार लेबर कालोनी निवासी अमन सिंह, सेक्टर सात स्ट्रीट निवासी एम सुज्वाय व राजा नारायण पाल, बाबा कालोनी निवासी महेश विश्वकर्मा, भिलाई पावर हाउस निवासी जितेंद्र साहू और भिलाई गणेश चौक निवासी सचिन को गिरफ्तार किया गया।
गिरोह का सरगना राजा खां महादेव गेमिंग एप से लोगों को रुपए जीतने का झांसा देकर वाट्सएप और टेलीग्राम पर लिंक भेजकर ठगी करता था।
एक महीने पहले लखनऊ में किराए पर लिया था फ्लैट
पुलिस ने ठगों के पास से घटना से जुड़े कई साक्ष्य बरादम किेए हैं।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि करीब एक महीने पहले राजा खां ने लखनऊ में फ्लैट किराए पर लिया था। जहां साइबर ठगी का कॉल सेंटर चलाने की तैयारी कर रहे थे।
इसके चलते ही प्रतापगढ़ के लालगंज पुरवारा कटरा निवासी अंकित पटेल और उसके साथी अनीश कुमार सिंह का अपहरण किया था।
अंकित पटेल अनीश के साथ दुर्ग जिले में सेक्टर सात भिलाई में रहता था। अंकित और अनीश दोनों इंटरनेट मीडिया तकनीक के अच्छे जानकार हैं।
ठगी के गिरोह का राजा इनका परिचित था। उसने बहाने से गेमिंग एप से संबंधित आइडी और पासवर्ड अंकित, अनीश से बनवाया था। इसके लिए राजा को तीन लाख रुपए देने को कहा था।
पैसे न मिलने पर अंकित और अनीश ने आईडी व पासवर्ड नहीं दिए। इसके बाद इन लोगों ने दोनों को पैसे देने के बहाने प्रयागराज बुलाया।
पीड़ित ने परिजनों को भेजी थी लोकेशन
अंकित ने पिछले हफ्ते मौका पाकर अपनी लोकेशन भाई पवन कुमार पटेल के मोबाइल पर भेजी थी। पवन लोकेशन के आधार पर सुशांत गोल्फ सिटी पहुंच कर पुलिस से शिकायत की थी।
जिसके बाद थााना पुलिस ने छापेमारी कर दोनों को बरामद कर लिया।
इंस्पेक्टर अंजनी मिश्र के मुताबिक प्राथमिक जांच में अंकित और अंजनी के ठगी के गिरोह से मिले होने की पुष्टि नहीं मिली है। अगर ठगी में भूमिका मिली तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
यह हुआ बरामद
18 मोबाइल, चार लैपटाप और चार्जर, क्यू आर कोड स्पीकर बाक्स, पांच सिम कार्ड, दो चेकबुक, नौ एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड।